हॉस्पिटल वर्कर ने क्या बताया?
दिल्ली के LNJP हॉस्पिटल की एक कर्मचारी गीता ने बताया, '10 से 10.30 बजे यहां 15 डेड बॉडी लाई गई. 10 से 12 घायल थे. इसमें तीन बच्चों की लाशें भी थी.'
'15 लाशें हमने खुद उठाई'
'15 लाशें हमने खुद उठाई'
घटना स्थल पर मौजूद एक कुली ने बताया, 'प्रयागराज जाने वाली ट्रेन को 12 नंबर प्लेटफॉर्म से 16 नंबर पर कर दिया तो लोग 16 नंबर प्लेटफॉर्म पर भागने लगे. ऐसे में पुल और एस्केलेटर पर लोग फंस गए. हमनें खुद ने 15 लाशें लोड की हैं. प्रशासन के बहुत कम लोग थे. प्रशासन ने आग का समझ कर आग की दमकल गाड़ियां भेज दी.'
उपराष्ट्रपति का पोस्ट
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया, 'नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई जनहानि से बहुत दुख हुआ है. मैं इस क्षति के लिए अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.'
राहुल गांधी ने सरकार को घेरा
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा है, 'नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से कई लोगों की मृत्यु और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद और व्यथित करने वाली है. शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. यह घटना एक बार फिर रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है. प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर इंतजाम किए जाने चाहिए थे. सरकार और प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि बदइंतजामी और लापरवाही के कारण किसी को अपनी जान न गंवानी पड़े.'
इतने लोग कभी नहीं देखे'
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'पब्लिक इतनी बढ़ गई थी कि पुलिस कंट्रोल ही नहीं कर पा रही थी. प्लेटफॉर्म तो खाली थे, जितनी भी भीड़ थी वो पूल पर ही थी. वहीं पर भगदड़ हुई. ट्रेनें जहां आनी थी, वहीं आई. प्लेटफॉर्म चेंज का अनाउंसमेंट नहीं हुआ. मुझे 26 साल हो गए, आज तक इतनी भीड़ नहीं देखी.'
