मुसलमानों की जमीन छीनना इनका मकसद- ओवैसी
दिल्ली के जंतर-मंतर पर हो रहे वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "नरेंद्र मोदी की हुकूमत वक्फ बिल को लेकर कानून बनाने की कोशिश कर रही है. मकसद एक ही है कि अमन को खराब किया जाए. पीएम का मकसद एक ही है मंदिर और मस्जिद के नाम पर लड़ते रहें. पीएम ऐसे खत्म कर रहें है कि वक्फ बाय यूजर नहीं रहेगा. दिल्ली में 123 प्रॉपर्ट ऐसी हैं. डीएम सरकार के पक्ष में ही फैसला देगा. अगर ये कानून बनेगा तो संसद की मस्जिद के बाहर नोटिस लगाकर कह देंगे कि ये वक्फ प्रॉपर्टी नहीं है. इनका मकसद एक ही है कि मुसलमानों से मजहबी और सियासी पहचान छीन ली जाए, प्रॉपर्टी छीन ली जाए."
कानून का मकसद समाज में द्वेष फैलाना- गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "हमारा देश भाईचारे पर चलेगा. जेपीसी की कमेटी में तानाशाही हुई. बार बार हम कहते थे कि कमेटी में संविधान के साथ संसद के नियमों के साथ नाइंसाफी हो रही है. इस कानून का उद्देश्य समाज में द्वेष फैलाना है.
आखिरी सांस तक इस बिल के खिलाफ लड़ेंगे- सपा
समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, "अपने नेता अखिलेश यादव की ओर से यकीन दिलाने आया हूं कि सपा आखिरी सांस तक इस बिल के खिलाफ लड़ेगी. जहां जहां ये बिल जाएगा हम वहां वहां लड़ेंगे. हमें जितनी कुर्बानी देने पड़े, लेकिन हम इस बिल को पास नहीं होने देंगे. आपकी दुआओं से हम ऐसी स्थिति में है कि अगर जबरदस्ती बिल लाया गया तो संसद को चैन से नहीं चलने देंगे. सरकार को पता है कि रेल और रक्षा के बाद वक्फ के पास सबसे ज्यादा जमीन है. देश में मुसलमान भाई पर हमला कर रहें हैं. अखिलेश यादव की ओर से यकीन दिलाता हूं कि हर स्तर का संघर्ष करेंगे."
