वित्त विभाग संभालने वाले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज (सोमवार बिहार विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का बजट पेश करेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि चुनावी साल है तो बिहार की जनता के लिए इस बार का बजट काफी खास होगा. शिक्षा, बिजली, स्वास्थ्य, किसान, आर्थिक लाभ सहित कई मुद्दों को देखते हुए बिहार के विकास के लिए खजाना खोला जाएगा.
सम्राट चौधरी ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि 96 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद देने का प्रस्ताव बजट में ला सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि इसका अंतिम रूप आज दिया जा सकता है. दूसरी ओर चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर निकले और बजट के पहले उन्होंने यात्रा को पूरा करके बिहार में 50 हजार करोड़ की राशि से प्रदेश के विकास के लिए घोषणा की है. उस राशि को कैबिनेट से मंजूरी भी मिल चुकी है.
बजट में वृद्धि होने की संभावना
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बजट की राशि भी काफी अधिक है. पिछले साल दो लाख 78 हजार करोड़ का बजट नीतीश सरकार ने पास किया था. पिछले वर्ष एनडीए गठबंधन की नई-नई सरकार बनी थी और उस बजट को ऐतिहासिक बताया गया था. इस वर्ष उम्मीद की जा रही है कि केंद्र की योजनाओं के साथ-साथ इस वर्ष सवा तीन लाख से साढ़े तीन लाख करोड़ के बीच का बजट पेश हो सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो नीतीश सरकार प्रत्येक वर्ष करीब करीब 10% की वृद्धि बजट में करती है, लेकिन चुनावी साल होने के कारण 18 से 20% की वृद्धि होने की संभावना है.
दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी यात्रा में बिहार के लोगों के लिए कई योजनाओं की घोषणा कर चुके हैं. उन्होंने 200 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा भी की है. अब बिहार सरकार निश्चित तौर पर चुनावी वर्ष में बिजली पर सब्सिडी देने की घोषणा कर सकती है. साथ ही वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन में भी इजाफा किया जा सकता है. अभी हर लाभुक को 400 रुपये प्रति माह मिलता है. उम्मीद की जा रही है कि यह 800 से 1000 तक हो सकता है.
इसके साथ ही रोजगार पर भी इस बजट में बड़ी घोषणा का अनुमान लगाया जा रहा है. शिक्षक भर्ती में करीब 80 हजार बहाली चौथे चरण में होनी है. इसकी घोषणा बजट में की जा सकती है. इसे चुनावी साल के पहले पूरा किया जा सकता है. हालांकि पहले भी इसकी घोषणा सम्राट चौधरी ने कर दी है. किसानों को लेकर भी बिहार सरकार इस बार बड़ी घोषणा कर सकती है.