बिहार के बोधगया के महाबोधी सांस्कृतिक केंद्र में बीपीएससी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया. जिले में कुल 1940 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया. नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा के द्वारा बीपीएससी पास अभ्यर्थियों को शिक्षक का नियुक्ति पत्र दिया गया. बेऊर जेल में पिछले 18 महीने से बंद बिपिन कुमार ने भी बीपीएससी परीक्षा पास की है. पुलिस अभिरक्षा में हथकड़ी लगे बिपिन कुमार रविवार को नियुक्ति पत्र लेने के लिए पहुंचे. इस मौके पर उपस्थित हर कोई बिपिन को देखकर हैरान और आश्चर्यचकित था.
पॉक्सो एक्ट के तहत बिपिन को भेजा गया जेल
बिपिन कुमार ने बताया कि वह गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव का रहने वाला है. वह दानापुर में एक निजी कोचिंग संस्थान में शिक्षक के रूप में कार्य करता था. जहां पर एक नाबालिक छात्रा ने उसके खिलाफ आपत्तिजनक आरोप लगाते हुए दानापुर थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करवाई. जिसके आरोप में बिपिन कुमार को बेऊर जेल भेजा गया. पिछले 18 महीने से वो बेउर जेल में बंद है.
जेल में रहकर उसने बीपीएससी परीक्षा की तैयारी की हैं और कठिन मेहनत के बाद सफल हुआ है. जिसके बाद उसका शिक्षक पद के लिए चयन हुआ है. वह शिक्षक बनकर समाज की सेवा करना चाहते हैं. जेल से बाहर आते ही वो बच्चों को शिक्षित करने में अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे.
निर्दोष करार होने पर ही मिलेगी जॉइनिंग
पॉक्सो एक्ट के तहत बेउर जेल में बंद बिपिन कुमार का केस अभी कोर्ट में चल रहा है. निर्दोष करार दिए जाने पर ही वह शिक्षक के पद पर जॉइनिंग कर सकता है. अगर कोर्ट ने उसे दोषी ठहरा दिया तो उसकी नियुक्ति रद्द हो जाएगी. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाया गया है वह पूरी तरह बेबुनियाद है. वहीं नियुक्ति पत्र मिलने के बाद बिपिन कुमार को वापस जेल भेज दिया गया है.
