10 साल में कुछ नहीं हुआ तो एक साल में क्या होगा संजय राउत ने मोदी सरकार के 11 वर्षों पर निशाना साधते हुए कहा कि - AWAM AUR KHABAR

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10 साल में कुछ नहीं हुआ तो एक साल में क्या होगा संजय राउत ने मोदी सरकार के 11 वर्षों पर निशाना साधते हुए कहा कि

 




सत्ताधारी बीजेपी अपनी पार्टी के 11 साल पूरे होने का जश्न मना रही हैं, वहीं विपक्षी पार्टियां लगातार उनपर निशाना साध रही है. ताजा प्रतिक्रिया शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत के तरफ से आई है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 11 साल पूरे होने पर तीखा हमला बोला है.


उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि "पिछले 10 सालों में जब कुछ नहीं हुआ तो अब एक साल में क्या बदल जाएगा? देश को दिशा देने की बजाय, दुर्दशा की ओर ले जाया गया है."




10 साल में कुछ नहीं हुआ तो 1 साल में क्या होगा- संजय राउत
संजय राउत ने कहा, "कौन सा साल है? यह साल तो बेमिसाल नहीं है. क्या हुआ है, यह सब ने देखा है. 10 साल में कुछ नहीं हुआ तो 1 साल में क्या होगा? 10 साल निकल चुके हैं ना देश को दिशा मिली है? बल्कि देश की दुर्दशा हो गई है और यह साल में 26 महिलाओं का सिंदूर उजड़ गया फिर भी मोदी चुप है. पाकिस्तान के साथ युद्ध की घोषणा वह भी ट्रंप ने आपको दबा दिया है. आप अभी तक उनका जवाब नहीं दे पाए हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश इतना कमजोर दुर्बल हुआ है कि 70 साल में इतनी लाचारी हमने नहीं देखी है. पीएम मोदी के कार्यकाल में देश लाचार और कमजोर हो गया है और घुटने टेक रहा है कनाडा जैसे छोटे-छोटे देश के सामने."

डेलिगेशन के साथ हुई मीटिंग को संजय राउत ने बताया ‘राजनीतिक इवेंट’
आज प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में ऑपरेशन सिंदूर के लिए विदेश से वापस आए डेलिगेशन के साथ हुई मीटिंग को भी राउत ने ‘राजनीतिक इवेंट’ बताया. उन्होंने कहा, "हमने विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की थी लेकिन उस पर कोई चर्चा नहीं हुई. हमने कहा था कि पाकिस्तान को चार टुकड़ों में बांटो, क्योंकि वह बार-बार भारत पर आतंकी हमले कर रहा है. आपने पहले कहा था कि पाकिस्तान उठ नहीं पाएगा, लेकिन आज वह ट्रंप, पुतिन और चीन के समर्थन से फिर खड़ा है." उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत घट गई है

मुंब्रा में हुई हालिया रेल दुर्घटना को लेकर भी संजय राउत ने सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, "यह हादसा बुलेट ट्रेन की बली है. सरकार का पूरा ध्यान मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन पर है और लोकल ट्रेनों की हालत खराब होती जा रही है. जिन गरीबों की जिंदगी इन लोकल ट्रेनों पर निर्भर है, उनकी सुरक्षा से कोई मतलब नहीं. यह हादसे बुलेट ट्रेन की बलि हैं." संजय राउत के इन तीखे बयान से साफ है कि आने वाले चुनावी मौसम में विपक्ष केंद्र सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी में है.

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