मध्यप्रदेश
सरकार एक दिसंबर को पूरे प्रदेश में गीता जयंती का भव्य आयोजन करने जा रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले संबोधन देते हुए कहा कि इस आयोजन को पूरे सम्मान और धूमधाम से मनाया जाएगा. कुरुक्षेत्र में 24 नवंबर से एक दिसंबर तक आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में भी मध्यप्रदेश सक्रिय रूप से भाग ले रहा है, जिसमें ‘जय श्रीकृष्णा’ नृत्य-नाट्य, श्रीकृष्ण लीला, चित्र प्रदर्शनी, जनजातीय एवं लोकनृत्य जैसे कई सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे.
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 313 विकासखंडों, 55 जिला मुख्यालयों और 10 संभागों में एक साथ गीता जयंती के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. श्रीकृष्ण परंपरा के आचार्यों की सन्निधि में लगभग 3 लाख गीता प्रेमी श्रीमद् भगवद्गीता के 15वें अध्याय के श्लोकों का सस्वर पाठ करेंगे. इस अवसर पर गीता ज्ञान प्रतियोगिता और कृष्णायन आधारित नृत्य-नाटिकाओं का भी आयोजन होगा.
नई श्रम व्यवस्था पूरे देश में एक साथ होगी लागू- डॉ.मोहन यादव
डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्रम कानूनों में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि पहले श्रम से जुड़े 44 कानूनों की जगह केवल 4 प्रमुख कानूनों की व्यवस्था लागू होने जा रही है. यह उद्योग और व्यापार जगत के लिए बड़ी राहत है और इससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि नई श्रम व्यवस्था पूरे देश में एक साथ लागू होगी, जिससे औद्योगिक वातावरण और मजबूत होगा.
खजुराहो में विभिन्न विभागों की आयोजित होगीं समीक्षा बैठकें
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 8 और 9 दिसंबर को खजुराहो में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठकें आयोजित होंगी. इन बैठकों में विभागों की दो वर्ष की उपलब्धियों, नवाचारों, आगामी लक्ष्य और चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी. इसी क्रम में 9 दिसंबर को मंत्रि-परिषद की औपचारिक बैठक भी खजुराहो में होगी. यह पूरा आयोजन बुंदेलखंड के विकास और केन-बेतवा लिंक परियोजना को समर्पित है.
10 कंपनियों से कुल प्राप्त हुए 36,600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव
डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने औद्योगिक और निवेश गतिविधियों को गति देने के लिए हाल ही में हैदराबाद में रोड-शो आयोजित किया, जिसमें उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा हुई. इस दौरान 10 कंपनियों से कुल 36,600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. इन प्रस्तावों से प्रदेश में लगभग 27,800 नए रोजगार सृजित होंगे.
निवेश प्रस्तावों में एजीआई ग्रीनपैक द्वारा 1,500 करोड़, एक्सिस एनर्जी वेंचर्स द्वारा 29,500 करोड़, अनंत टेक्नोलॉजीज द्वारा 1,000 करोड़, ऑटोमेटस्की और कोलावेरी इंक जैसी कंपनियों द्वारा 1,000-1,000 करोड़ रुपये के निवेश शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने ग्रीनको कंपनी के मुख्यालय के दौरे का भी उल्लेख किया, जिसने प्रदेश में 3,000 मेगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित की है और भविष्य में 25,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है.
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने मादा चीता ‘मुखी’ द्वारा 5 शावकों को जन्म देने को बड़ी उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा कि यह भारतीय वनों में चीता प्रजाति के अनुकूलन का महत्वपूर्ण संकेतक है और देश में जैव विविधता संरक्षण के प्रयासों को नई मजबूती देगा.
वेलनेस सेक्टरों में हो रहा हवाई कनेक्टिविटी का विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमश्री हेली पर्यटन सेवा के 1 नवंबर को शुभारंभ के बाद प्रदेश में हवाई पर्यटन को एक नई दिशा मिली है. 20 नवंबर से सेवा के नियमित संचालन के साथ धार्मिक, वाइल्डलाइफ और वेलनेस सेक्टरों में हवाई कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है. इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, भोपाल, मढ़ई, पचमढ़ी और विभिन्न वाइल्डलाइफ डेस्टिनेशनों के बीच हेली सेवा यात्रियों को तेज, सुरक्षित और किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी.
प्रदेश सरकार का दावा है कि आगामी दिसंबर में होने वाली ये सभी गतिविधियां मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक, औद्योगिक और पर्यावरणीय विकास में नई ऊर्जा का संचार करेंगी.
