डाक्यूमेन्ट्री फिल्म को लेकर सुर्खियों में हैं विवेक तन्खा शनिवार को जबलपुर में दिखायी जाएगी फ़िल्म: देश विदेश में संस्कारधानी का नाम हुआ रोशन*
जबलपुर/ दिल्ली/ भोपाल. जो काम किसी सी नहीं हो रहा हो..जब ऐसा लगे कि अब कि खेल खत्म हो गया है..तब एक शख़्सियत ऐसी है, जो उदास चेहरों पर मुस्कान लाने और बोझ बन गयी ज़िंदगी में बहार लाने के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुट जाती है..उस शख़्सियत का नाम है- विवेक कृष्ण तन्खा. मध्यप्रदेश में सबसे कम उम्र के महाधिवक्ता रहे,देश के नामवर वकील विवेक कृष्ण तन्खा लगभग ने खुद को पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित कर दिया है. दो चार साल सेवा करने वाले खुद को समाजसेवी लिखने लगता हैं, लेकिन करीब पांच दशकों से जुनून की तरह लोगों की भलाई में जुटे श्री तन्खा ने खुद को कभी समाजसेवी नहीं लिखा. पिता जस्टिस राजकृष्ण तन्खा से विरासत में मिली परम्परा को आगे बढ़ाते हुए देश भर में सेवा का हाथ बढ़ाया. जब भी जहाँ भी कोई प्राकृतिक आपदा आयी हो या फिर किसी तरह की विपत्ति विवेक तन्खा अपनी रोटरी टीम के साथ मदद के लिए मोर्चे पर नज़र आते हैं.
गुजरात का भूकम्प हो या जम्मू कश्मीर का ज़लज़ला..उत्तराखंड की बाढ़ हो या कोरोना का दिल दहलाने वाला दौर..विवेक तन्खा मसीहा बनकर आगे आए..और दिन रात मानवीय सेवा के लिए डटे रहे. जबलपुर और प्रदेश के कई शहरों में कोरोना के दौरान आक्सीजन की कमी के चलते जब हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ गयी थी, तब आपने अपने निजी प्रयासों से पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध करायी, जिससे उदास चेहरों
में रौनक लौट आयी. जबलपुर में 1997 में आए विनाशकारी भूकम्प के दौरान भी बेघर हूए लोगों के पुनर्वास हेतु आपकी दरिया दिली को हमेशा याद रखा जाएगा. स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपकी सेवा का दायरा बहुत बड़ा है. जबलपुर, मण्डला, शहडोल, बिलासपुर, सतना सहित कई जिलों में लगे मेडिकल केम्प लाखों मरीजों के लिए राहत बने. अगले माह चंबल में आयोजित मेडिकल केम्प में भी एक लाख मरीजों को राहत पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है. जाता धर्म और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमेशा पीड़ित मानवता की सेवा करने वाले विवेक तन्खा के जीवन पर पहली बार डाक्यूमेन्ट्री फिल्म बनायी गयी है, जिसे जबलपुर में 8 फरवरी की शाम 5 बजे से नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक केन्द्र में देखा जा सकेगा. इस बात में दो राय नहीं कि राज्यसभा सांसद, भारत सरकार के पूर्व एडीशनल सालिसीटर जनरल, सुप्रीम कोर्ट के सुप्रसिद्ध विधि वेत्ता विवेक तन्खा राजनीति से ज्यादा समाजसेवा में रूचि रखते हैं. उनके जीवन पर आधारित फिल्म में उनके उन सब कामों व सेवाओं को देखा जा सकेगा, जो अब तक पोशीदा रहीं हैं. ना सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि देश की राजनीति में विवेक तन्खा आज बड़ा नाम हैं. निश्चित रूप से आज नहीं तो कल वह किसी बड़े ओहदे पर जाकर जबलपुर को गौरवान्वित करेंगे.