मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अलग अलग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी ना होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सदन से नारेबाजी करते हुए वाकआउट किया.
इस मुद्दे पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी सदन में मौजूद नहीं हैं. इससे इनकी गंभीरता को समझा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमारा सभापति से अनुरोध था कि जब राज्यपाल के अभिभाषण पर पूरे प्रदेश के मुद्दों पर चर्चा हो रही है तो अधिकारी नदारत क्यों हैं. जबकि इस मौके पर हर विभाग के प्रमुख सचिव को होना चाहिए.
'लोकतंत्र की हत्या कर रही बीजेपी'
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने आपको बचाने के लिए मंत्रियों के माध्यम से झूठे जबाब देते हैं. सरकार को इनकी जिम्मेदारी भी तय करनी होगी. अधिकारियों को सभी विधायकों के प्रति जिम्मेदार होना होगा.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब प्रदेश की महत्वपूर्ण नीतियों, योजनाओं और विकास कार्यों पर चर्चा हो रही हो, तब विभाग के बड़े अधिकारियों की गैरमौजूदगी से पता चलता है कि सरकार और अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी है.
आज पेश होगा बजट
मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र का मंगलवार (11 मार्च) को दूसरा दिन था. 12 मार्च को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा प्रदेश का बजट पेश करेंगे. 4 लाख करोड़ के बजट में गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है. बता दें कि ये मोहन यादव सरकार 2028 में होने वाले सिंहस्थ को लेकर बजट में अतिरिक्त प्रावधान कर सकती है.
