मुंबई पहुंचे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज गुरुवार (06 मार्च, 2025) को एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी स्थित चमार स्टूडियो का दौरा किया, जहां उन्होंने डिजाइनर सुधीर राजभर और उनकी टीम के कारीगरों से मुलाकात की. चमार स्टूडियो अपने रचनात्मक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें वह रीसाइकल टायरों का उपयोग करके हाथ से बैग बनाते हैं.
यह स्टूडियो उस दलित, चमड़े के कारीगर समुदाय की परंपरा को संरक्षित करता है, जिसके नाम पर इसका नाम रखा गया है. पारंपरिक हस्तकला को आधुनिक व्यापार से जोड़कर, यह स्टूडियो न केवल इस समृद्ध परंपरा को सम्मानित करता है, बल्कि धारावी के कुशल कारीगरों को आर्थिक सशक्तिकरण भी प्रदान करता है. ऐसे में धारावी चुनाव के तौर पर भी आरक्षित इलाका है और यहां का वोट बैंक भी बड़ी संख्या में एससी-एसटी तबके से आता है.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
अपने दौरे के दौरान, राहुल गांधी ने समावेशी उत्पादन नेटवर्क के महत्व पर जोर दिया, जो वंचित उद्यमियों, विशेष रूप से दलितों और अन्य कम प्रतिनिधित्व वाले समुदायों को समान अवसर सुनिश्चित करता है, जिन्हें बाज़ार तक पहुंच और समर्थन कठिनाई से मिलता है. उन्होंने यह भी कहा कि चमार स्टूडियो उनके "समृद्धि और हिस्सेदारी" के विज़न का एक उदाहरण है - एक ऐसा मॉडल जिसमें कारीगरों को आवश्यक उपकरण, नेटवर्क और संस्थागत समर्थन प्राप्त होता है, जिससे वो अपने काम को वैश्विक स्तर पर ले जा सकते हैं.
कांग्रेस ने बजाया बीएमसी चुनाव का बिगुल
उनके इस दौरे से साफ है कि बिना आधिकारिक ऐलान के महाविकास आघाड़ी से अलग कांग्रेस ने अपनी तरफ से महानगरपालिका चुनाव का बिगुल बजा दिया है. राहुल गांधी के इस दौरे ने उनके इस निरंतर संकल्प को दोहराया कि वे भारत के कारीगरों के लिए स्थायी आजीविका को बढ़ावा देने, भारत के रचनात्मक उद्योगों को मजबूत करने और समाज के सभी वर्गों के लिए समान आर्थिक विकास सुनिश्चित करने की दिशा में काम करते रहेंगे. ऐसे में धारावी में चमड़े के कारोबार करने वाले कारीगर और उनके परिवार का एक बहुत मजबूत वोट बैंक है, जिसे अपनी तरफ खींचने की शुरुआत आज राहुल गांधी के इस दौरे से हो गई है.